हाथीपांव में निजी वन भूमि पर जीव-जंतु के मार्ग को अवरूद्ध करनें का प्रयास
हाथी पांव के समीप हाथोंडन स्टेट में हिंसा के खेत के पास लोहें कि जाली लगाकर निजी वन भूमि पर जीव जंतुओं का भी रास्ता बंद किया जा रहा है।
इसी संपत्ति के बारे में कुछ समय पहले हमारे द्वारा विभाग को बताया गया था कि यहां पर अवैध तरीके से लोहे के द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है।
जिनको विभाग द्वारा हटाया भी गया था और काम रुकवाया था परंतु इसी से आगे संपत्ति स्वामी लोहे की जाली लगाकर जीव जंतुओं का भी रास्ता रोकने पर उतारू है।
इस संबंध में शिक्षाविद/पर्यावरणविद् ललित मोहन काला द्वारा बताया गया कि वन विभाग किस पैमाने पर मसूरी में कार्य कर रहा हैं यह उनकी समझ से परे हैं। हाल ही में एक मामला क्लिप हाल स्टेट में आया था जिसमें विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण-पत्र सड़क बनाने कि दि गयीं थीं। ललित मोहन काला द्वारा आपत्ति करने के पश्चात कार्य रुका हैं।
विगत कुछ समय से देखा जा रहा है कि वन विभाग कि कार्य प्रणाली संदेह के घेरे में रही हैं। विभाग द्वारा समय रहते कोई उचित कार्यवाही नहीं की जाती है जिस कारण लोग अवैध कार्यों में लिप्त नजर आते हैं। स्प्रिंग रोड में निजी वन भूमि पर एक राष्ट्रीय पार्टी से जुड़े व्यक्ति बताये जातें हैं उनके द्वारा बड़े बड़े पुश्तों के द्वारा निमार्ण कार्य किया गया हैं जिसके कारण वन सम्पदा भी प्रभावित हुईं हैं। फिलहाल कार्य बंन्दी कि बात कि जा रही हैं। प्रश्न यह भी उठता है कि विभाग कि नाक के नीचे इतना बड़ा निर्माण कार्य हुआ कैसे.?
कैमल बैक रोड स्थित फिलग्री होटल के समीप हो रहे निर्माण कार्य में निर्माणकर्ता द्वारा वृक्षों को पुश्तों पर हि चिनवा दिया और निर्माण कार्य से निकले मलवे को नीचे जंगल में फेंक दिया गया जिससे निःसंदेह वन संपदा को क्षति पहुंची होगी।
गौरतलब बात यह है कि वर्तमान समय में पर्वतों की रानी मसूरी में लगभग हर क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें पहाड़ों को तोड़ा जा रहा है और पर्वतों की रानी से पर्वतों के साथ हरियाली विलुप्त हो रही हैं।
इस संबंध में अमित कंवर प्रभागीय वन अधिकारी (डी०एफ०ओ०) वन विभाग मसूरी द्वारा बताया गया कि विभाग सभी शिकायतों और जानकारीयों को गम्भीरता से लेता हैं।सभी मामलों में न्याय संगत कार्यवाही कि गयीं हैं। अवैध कार्यों पर विभाग कठोर दंडात्मक कार्यवाही करता रहेगा।