कर्लिगाड गांव सहस्त्रधारा का सम्पर्क कटा,सभी ग्रामीणों को किया गया रेस्क्यू
उत्तराखंड समाचार 365/धनवीर सिंह कुंमाई
सहस्त्रधारा/देहरादून-देवभूमि उत्तराखंड में मौजूदा समय आपदा काल के रूप में देखा जा रहा है। इस दौरान जगह-जगह बादल फटने से नदियों ने विकराल रूप लिया और इसका असर मैदानी इलाकों में देखा भी जा रहा हैं।

देहरादून के नदी नालों ने विकराल रूप धारण कर रखा हैं। एकाएक इतनी तेज़ बरसात आनें से सभी लोग भयभीत हैं। चारों ओर पानी ही पानी देखने को मिला जिससे सड़कें बह गईं, घरों में कीचड़ और मलवा भर गया।

देवदूत के रूप में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ,अग्निशमन और पुलिस विभाग कार्य कर रहे हैं।

सहायक सेनानी अजय पंत एनडीआरएफ द्वारा बताया गया कि एनडीआरएफ आपदा के समय के लिए ही तैयार की गई है।

एनडीआरएफ टीमों द्वारा सहस्त्रधारा देहरादून क्षेत्र में रेस्क्यू कर कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया हैं जिसमें हमारी टीमों द्वारा 19 पुरुष, 23 महिला,18 बच्चे 60 लोगों को कर्लिगाड गांव सहस्त्रधारा देहरादून से खाली करवा कर सुरक्षित स्थानों पर लाया गया।

अजय पंत ने बताया कि कर्लिगाड गांव सहस्त्रधारा देहरादून में हैं। भारी बरसात के कारण आयें पानी के कारण इस गांव का सम्पर्क पूर्ण रूप से कट गया था। गांव के पास का नाला भी विकराल रूप से बह रहा हैं।

सुरक्षा कि दृष्टि से गांव वासियों को उस जगह से निकालनें के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों ने सभी 60 लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। कर्लिगाड गांव का पुल व सभी सम्पर्क मार्ग पानीं में बह चूकें हैं।


