नगर पालिका परिषद की सामान्य बोर्ड बैठक में कई प्रस्ताव पारित
उत्तराखंड समाचार 365/धनवीर सिंह कुंमाई
मसूरी- नगर पालिका परिषद की सामान्य बोर्ड बैठक आज पालिका सभागार में की गई। बोर्ड बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा की गई।

झूलाघर स्थित लगाए गए ज्वाईन्ट व्हील कि कि ठेका संचालन की समयावधि समाप्त होने पर पुनः निविदा के माध्यम से संचालन/ठेके पर आवंटित प्रक्रिया किये जानें का निर्णय बोर्ड ने लिया व बड़े झूलें को हटाने का निर्णय बोर्ड द्वारा लिया गया।

टाउन हॉल पार्किंग के संबंध में निर्णय लिया गया कि स्थानीय व्यक्तियों को अपने वाहन खड़े करने हेतु एक निर्धारित शुल्क देना होगा जिसे 6000₹ प्रति माह किये जानें पर विचार हुआ।

लाइब्रेरी गाड़ी खाना कार पार्किंग की ई-निविदा पालिका द्वारा पूर्व में की गई थी। लेकिन समय से कार्य प्रारंभ ना होने के कारण उक्त निविदा को निरस्त करते हुए पुनः ई निविदा करने हेतु सदन द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया।

रोपवे ट्रॉली के निकट म्यूजियम कैसेट एरिया को विकसित कर 25 वर्ष हेतु ई निविदा आमंत्रित की गई जिसमें अधिकतम 687000 निविदा प्राप्त हुई थी जिसको पर प्रस्ताव संख्या 782 के द्वारा 1,50,000 निर्धारित किया गया लेकिन उक्त म्यूजियम कैफिट ऐरिया को पूर्ण रूप से विकसित नहीं किया गया है। निर्धारित किराए को सर्किट रेट या मार्केट रेट पर देना सदन द्वारा पारित किया गया।

नगर पालिका परिषद मसूरी के समस्त वार्डों में वेंडिंग जोन बनाए जाने का निर्णय लिया गया। मसूरी फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पंप डिस्ट्रीब्यूटर मैनेजर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का किराया पालिका द्वारा पूर्व में धनराशि 695 प्रतिवर्ष निर्धारित किया गया है वर्तमान में यह किराया काम प्रतीत होने पर किराये का निर्धारण दोबारा किया जाएगा। ओम फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पंप डिस्ट्रीब्यूटर श्री सुनील कुमार गोयल डॉलर भारत पेट्रोलियम का किराया 50,000 के नवीन किराए निर्धारण पर चर्चा की गई।
मीरा सकलानी नगर पालिका अध्यक्षा द्वारा बताया गया कि 37 प्रस्ताव में से दो प्रस्तावों को पुनर्विचार हेतु लंबित रखा गया है। 35 प्रस्ताव को सदन द्वारा मंजूरी मिली है। सभी प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा हुई है। लंबे समय से लंबित सभी एजेंडे बोर्ड में आयें है। जिनको सभी सभासदों द्वारा बहुमत के साथ पास किया गया है। पार्किंग और फिलिंग स्टेशन लीजो को बहुत कम मूल्य में दिया गया है जिससे पालिका को राजस्व की हानी हो रही हैं। सर्किल रेट या मार्केट रेट पर इन सभी संपत्तियों का किराया निर्धारण किया जाएगा।

