जॉर्ज एवरेस्ट बैरियर व आम रास्ता विवाद, उप जिलाधिकारी ने सुनी समस्या
लंबे समय से चली आ रही जॉर्ज एवरेस्ट मुख्य मार्ग पर एक निजी कंपनी द्वारा बैरियर लगाकर स्थानीय निवासियों का रास्ता रोकने के आरोप लम्बे समय से लगते आयें है।
आज दोपहर उपजिलाधिकारी कार्यालय पर जॉर्ज एवरेस्ट में रहने वाले स्थानीय लोग एकत्रित होकर उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। इस अवसर पर अभय शर्मा ने कहा कि जार्ज एवरेस्ट जाने वाला मार्ग नगर पालिका का है। यह मार्ग सैकड़ों वर्षों से है जिसका प्रयोग आवाजाही के लिये हमेशा से किया गया है।
राजस एरोस्पोर्टस एंड एडवेंचर कम्पनी के कारण आज लगभग 35 परिवार प्रभावित है। यह रोड क्लाउड एंड तक जाती है। पर्यटन विभाग द्वारा यह मार्ग निजी कंपनी को दिया गया है।जय प्रकाश राणा ने कहा कि यह प्रकरण दो वर्षो से चल रहा है। विभिन्न माध्यमों से जुटायीं सारी सूचना हमारे पास है। बैठक में जिलाधिकारी को बताया गया कि यह मार्ग सार्वजनिक है।लेकिन आज निजी कंपनी ने मार्ग बंद कर दिया व बैरियर लगा अवैध वसूली की जा रही है।
उपजिलाधिकारी महोदया से आज मांग की गयीं हैं कि जो भी इस घोटाले में दोषी पाया जायें उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। भगत सिंह कठैत ने कहा कि एसडीएम ने सारे कागज देखे हैं व उनके भी समझ में आया कि गडबड है, एसडीएम ने दोनों पक्षों को बुलाया था। लेकिन पर्यटन विभाग के अधिकारी नहीं आ पाये। एसडीएम को पूरा रिकार्ड दिखाया गया। उप जिलाधिकारी ने जल्द ही इस विषय में निर्णय लेने की बात कही।
बताते चलें कि यह विवाद लंबे समय से चल रहा है जिसमें स्थानीय लोगों का उत्पीड़न करने का आरोप इस राजस एरोस्पोर्ट्स एंड एडवेंचर कम्पनी पर लगता आया है। बैठकों का दौर भी लंबे समय से चला आ रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप यह भी है कि कोई बड़ा राजनीतिज्ञ इस निजी कंपनी के पीछे खड़ा है जिस कारण अधिकारी सही फैसला नहीं ले पाते हैं। आज की बैठक से पीड़ित पक्षों में उम्मीद की किरण जागी है। जिस प्रकार उपजिलाधिकारी महोदय ने सभी की समस्याओं को गंभीरता से सुना है।