राज्य आंदोलनकारी ने निकाय चुनाव प्रत्याशियों को दिखाया आईना
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी व
इन्द्रमणी स्मृति विचार मंच,मसूरी और पौड़ी गढवाल विकास समिति की ओर से पुरण जुयाल ने नगर निकाय चुनाव में प्रतिभाग कर रहें सभी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं व्यक्त कि और कहा है कि जनसामान्य कि मूल भूत समस्या बिजली, पानी, सड़क और स्वास्थ्य,शिक्षा के लिए तो आप करेंगे हि परन्तु उत्तराखंड राज्य में सशक्त भू-कानून,मूल निवास कि बात करें व इस मुद्दे पर वोट मांगे वहीं पूरण जुयाल द्वारा उत्तराखंड कि जनता से भी कहा गया है कि नगर निकाय चुनाव में वोट मांगने आयें प्रत्याशियों से मूल निवास, भू-कानून के मुद्दे पर सवाल करें जो प्रत्याशी मूल निवास सशक्त भू-कानून के पक्ष में आवाज उठायें उसे मत दान करें।
पुरण जुयाल ने बताया कि जब जागो तभी सवेरा है कि तर्ज पर भू कानून के लिए कमेटी गठित की गयी और धामी सरकार ने भी आनन-फानन में बड़े बड़े सपने दिखाये परन्तु आखिर उत्तराखंड के जनसामान्य को क्या हासिल हुआ।कारण साफ है ना हि कमेटी और ना सरकार गम्भीरता से इस मुद्दे को ले रही है।जिन्होंने कमेटी गठित की है चाहे उनका धेय और मंशा भू-रक्षा कि हो परन्तु कमेटी के सदस्यों को ज्ञात होना चाहिये कि उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति एकाएक नही हुई हैं बल्कि लगातार धरना प्रदर्शन के परिणाम स्वरुप ये राज्य हमें मिला हैं। वर्तमान स्थिति में भू कानून के लिए रुक रूक के एक दो महिनें में प्रदर्शन हो रहे हैं।इस बीच भू माफिया, राजनेता अपना काम कर जाते हैं। इसके लिए चाहिये अपने अपने गांव,नगर मे समितियां बनाकर भू कानून के लिए लगातार धरना प्रदर्शन कर आवाज उठाना।नगर निगम,नगर पालिका चुनाव में प्रतिभाग कर रहें उम्मीदवारों को अपने घोषणा पत्र मे भू कानून, मूल निवास जैसे मूद्दों का उल्लेख करना चाहिए। वरना घोषणा पत्र को अधूरा समझें। और प्रत्येक मतदाताओं को भी देखना चाहिए जब आपके पास उम्मीदवार वोट मांगने आते है तो उनको भू कानून,मूल निवास का अहसास कराये। पूरण जुयाल द्वारा कहा गया कि मसूरी शहर में विभिन्न संस्थाओं, संगठनों को भी इस मुद्दे पर सामने आना चाहिए और राज्य सरकार द्वारा बनायें यू०सी०सी०(UCC) कानून पर भी मंथन कि आवश्यकता हैं।